JN1 क्या है?
JN1 कोविड-19 का एक नया सबवेरिएंट है, जो ओमिक्रॉन सबवेरिएंट BA.2.86 का वंशज है। इसकी पहचान सबसे पहले 25 अगस्त, 2023 को लक्जमबर्ग में की गई थी। इसके बाद, यह इंग्लैंड, आइसलैंड, फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका में भी पाया गया है।
JN1 में 41 उत्परिवर्तन हैं, जो इसे BA.2.86 से अलग बनाते हैं। इनमें से अधिकांश उत्परिवर्तन स्पाइक प्रोटीन पर पाए जाते हैं, जो वायरस की सतह पर एक प्रोटीन है जो मानव कोशिकाओं से जुड़ने में मदद करता है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि JN1 में स्पाइक प्रोटीन में परिवर्तन के कारण यह BA.2.86 से अधिक संक्रामक हो सकता है। इसके अलावा, JN1 में उत्परिवर्तन भी हो सकते हैं जो इसे मौजूदा टीकों से बचने में सक्षम बनाते हैं।
JN1 के लक्षण
JN1 के लक्षण अभी भी पूरी तरह से समझे नहीं गए हैं, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि वे ओमिक्रॉन के अन्य सबवेरिएंट के समान हैं। इन लक्षणों में शामिल हैं:
- बुखार
- खांसी
- सांस लेने में तकलीफ
- थकान
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- गले में खराश
- गंध या स्वाद की कमी
कुछ मामलों में, JN1 गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है, जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- अस्पताल में भर्ती होना
- वेंटिलेटर की आवश्यकता
- मृत्यु
JN1 से कैसे बचें
JN1 से बचने के लिए, आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
- टीकाकरण करवाएं और बूस्टर शॉट लें।
- मास्क पहनें।
- सामाजिक दूरी बनाए रखें।
- अपने हाथों को बार-बार धोएं।
यदि आप बीमार हैं, तो दूसरों को संक्रमित करने से बचने के लिए घर पर रहें।
JN1 का इलाज
JN1 का इलाज ओमिक्रॉन के अन्य सबवेरिएंट के इलाज के समान है। इसमें दवा, अस्पताल में भर्ती होना और वेंटिलेटर की आवश्यकता हो सकती है।
JN1 की रोकथाम के लिए टीके
JN1 के खिलाफ प्रभावी टीके विकसित करने के लिए शोध जारी है। प्रारंभिक अध्ययनों से पता चलता है कि मौजूदा टीके JN1 से संक्रमण को रोकने में मददगार हो सकते हैं, लेकिन वे JN1 से संक्रमण से पूरी तरह से सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते हैं।
JN1 का भविष्य
JN1 का भविष्य अनिश्चित है। यह संभव है कि JN1 कोविड-19 का प्रचलित सबवेरिएंट बन जाए। JN1 के प्रसार को रोकने के लिए टीकाकरण, मास्क पहनना और सामाजिक दूरी जैसे उपायों पर जोर देने की आवश्यकता है।